संसार दुख है, काम शत्रु है, अर्थ में केवल अनर्थ है!

नवंबर 30, 2025
“बुद्ध कहते हैं संसार दुख है… अष्टावक्र कहते हैं काम शत्रु है…” — इन वचनों को समझने का सही मार्ग जब बुद्ध कहते हैं— “संसार दुख है” , अष्ट...

Encourages a Positive Mindset

नवंबर 29, 2025
LETTING GO Letting go of negativity creates space for a more positive and fulfilling mindset. When we release past regrets, fears, and self-...

THE ART OF LETTING GO -OSHO

नवंबर 27, 2025
A New Paradise Of Living Osho’s teachings on freedom, consciousness, and self-transformation offer a radical approach to living. In a world ...

THE GURU EMERGES

नवंबर 15, 2025
 WHAT YOU'LL FIND IN ISSUE 8 The Guru Emerges: Osho's Transformation from Silent Mystic to Revolutionary Teacher (1958-1966) The Jou...

गीता पढ़ी बहुत गई; लेकिन भारत के जीवन में कहीं भी उतर नहीं सकी।

नवंबर 12, 2025
🌸  कर्म, लेकिन निष्प्रयोजन — खेल की भांति गीता भारत का हृदय है — पर यह विडंबना है कि यही भारत गीता से अछूता रह गया। गीता को पढ़ा बहुत ग...

समाज, "केवल गंभीर धर्म और उदास आदमी को ही सम्मान देता है!"

नवंबर 11, 2025
“तुम्हारा समाज सदा से केवल गंभीर धर्म और उदास आदमी को ही सम्मान देता है! प्रेमी और गीत गाते हुए आदमी को, हमेशा से रुलाता आया है।” — प्रेम-...
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