‘सच’ देखना चाहते हैं तो, ना सहमती और ना असहमति में राय रखें।

जून 14, 2025
“अगर आप ‘सच’ देखना चाहते हैं तो, ना सहमती और ना असहमति में राय रखें।” — ओशो मुख्य संदेश की स्पष्ट व्याख्या मनुष्य की सबसे बड़ी भूल क्य...

हर व्यक्ति के पास कुछ ऐसा है, जो किसी और के पास नहीं है।

जून 14, 2025
प्रिय आत्मन, मैं तुमसे कोई उपदेश नहीं देने आया हूँ। मैं तो केवल एक दर्पण हूँ — जिसमें तुम स्वयं को देख सको। और अगर तुमने प्रेम की आंख से द...

कौन कौन सी वस्तु है, जो खो जाए तो आप दुखी हो जाओगे।

जून 13, 2025
तुमने कभी अपनी अलमारी टटोली है? पुरानी चीज़ों से भरी हुई होती है—कुछ जूते, जो अब नहीं आते, कुछ कपड़े, जो अब फैशन में नहीं हैं, कुछ उपहार, जो...

"धर्म का असली रूप: जब दूसरे की खुशी तुम्हारी खुशी बन जाए"

जून 09, 2025
तुमने कभी ध्यान से देखा है… जब कोई रोता है, तो तुम उसके पास जाकर सहानुभूति व्यक्त करते हो। तुम हाथ रख देते हो, “सब ठीक हो जाएगा,” कह देते हो...

Osho :Being & Beyond

जून 02, 2025
  Man is a bridge, between the animal and the divine – and our awareness of this dual aspect of our nature is what makes us human. — Osho...

तृप्ति के लिए सपना पैदा होता है। उसे हम सपने में पूरा करते है।

मई 31, 2025
“तृप्ति के लिए सपना पैदा होता है। जो जिंदगी में तृप्त नहीं होता, उसे हम सपने में पूरा करते हैं।” यह वाक्य अपने आप में एक संपूर्ण यात्रा है।...
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